सोमवार, 4 अप्रैल 2011

नव-संवत्सर पर


पथ के साथी !
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नव-संवत्सर पर हम सबकी शुभ-कामनाएँ विश्व-मंगल का हेतु बने !


भारतीय-मनीषा ने जीवन को कभी देश,धर्म आदि की संकुचित सीमाओं में नहीं बाँधा ,वसुधा को एक कुटुंब सम देखा है - सबके साथ आप और हम भी आनन्द और उत्कर्ष को प्राप्त करें !

माँ ,नव-ऊर्जा के इस उदय-काल में तुम्हारी शक्तियों के सभी स्वरूप मंगल का विधान और अमंगल का शमन करें !
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- प्रतिभा सक्सेना.

8 टिप्‍पणियां:

  1. आदरणीया प्रतिभा सक्सेना जी
    सादर सस्नेहाभिवादन !
    प्रणाम !
    बहुत शांतिप्रदायक चर्चा … आभार !
    सबके साथ आप और हम भी आनन्द और उत्कर्ष को प्राप्त करें ! तथास्तु!

    नवरात्रि की हार्दिक शुभ कामनाएं !

    साथ ही

    नव संवत् का रवि नवल, दे स्नेहिल संस्पर्श !
    पल प्रतिपल हो हर्षमय, पथ पथ पर उत्कर्ष !!

    चैत्र शुक्ल शुभ प्रतिपदा, लाए शुभ संदेश !
    संवत् मंगलमय ! रहे नित नव सुख उन्मेष !!

    *नव संवत्सर की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं !*


    - राजेन्द्र स्वर्णकार

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  2. नव-संवत्सर पर हार्दिक शुभकामनायें।

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  3. आपको भी नव संवत्सर की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं

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  4. प्रतिभा जी ,
    धन्यवाद एवं आपको भी शुभकामनाएं ।
    अभिवादन स्वीकार करें ।

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  5. आपको भी सपरिवार हार्दिक शुभकामनाएँ

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  6. सामान्य हित में शुभ सोचना भी सबके वश का नहीं है। आशीर्वचन की तरह ग्रहण किया मैंने।

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  7. आपको भी ढेर सारी शुभकामनाएं प्रतिभा जी..:):)

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