मंगलवार, 31 दिसंबर 2019

मेरी मंगल कामनाएँ -

*
दूर-दूर तक जाएँ ,
मेरी मंगल कामनाएँ!
 कोई जाने , न जाने -
तरल तरंगों सी प्रतिध्वनि ,
सब अपनो में जगाएँ !

मौसमी हवाओं सँग मेरे सँदेसे 
शुभ ऊर्जा जगाते ,
आनन्द-उछाह भरें, 
मन में उजास जगा,
 दूर करें मलिन छायाएँ!

सदिच्छा के सूक्ष्म बीज 
नेह-गंधमय फसल उगाते ,
हर बरस  
चतुर्दिक् बिखर जाएँ,
बिखरते जाएँ !
  ‍‍*
- प्रतिभा सक्सेना.

4 टिप्‍पणियां:

  1. आपकी मंगलकामनाएँ रचना पढ़ते समय पहुंची ..नववर्ष की आपको भी हार्दिक शुभकामनाएं मैम .

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  2. आपको भी सपरिवार शुभकामनाएं नववर्ष 2020 की।

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  3. सुन्दर चाह ... सुन्दर मंगलकामनाओं की ...
    आपको भी नव वर्ष २०२० की मंगल कामनाएं ...

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