tag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post7955843348028817785..comments2023-12-29T02:05:21.545-08:00Comments on शिप्रा की लहरें: सागर के नाम ,प्रतिभा सक्सेनाhttp://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comBlogger20125tag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-74066952365876512402014-03-23T18:56:20.247-07:002014-03-23T18:56:20.247-07:00सुकोमल भावों से समन्वित अनूठी रचना ! मैं अभिभूत हू...सुकोमल भावों से समन्वित अनूठी रचना ! मैं अभिभूत हूँ ।शकुन्तला बहादुरnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-6241026876519347452014-03-21T23:18:34.319-07:002014-03-21T23:18:34.319-07:00बहुत ही सहज शब्दों में कितनी गहरी बात कह दी आपने.....बहुत ही सहज शब्दों में कितनी गहरी बात कह दी आपने..... खुबसूरत अभिवयक्ति...संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-78966000524700768802014-03-18T01:31:20.688-07:002014-03-18T01:31:20.688-07:00बेहद भावपूर्ण. बहुत बधाई और शुभकामनाएँ!बेहद भावपूर्ण. बहुत बधाई और शुभकामनाएँ!डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/11843520274673861886noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-43000654754664680792014-03-17T08:00:44.732-07:002014-03-17T08:00:44.732-07:00बहुत उत्कृष्ट प्रस्तुति...होली की आपको सपरिवार हार...बहुत उत्कृष्ट प्रस्तुति...होली की आपको सपरिवार हार्दिक शुभकामनाएं!Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-18258122047471801562014-03-16T23:53:49.641-07:002014-03-16T23:53:49.641-07:00आपको होली कि मंगल कामनाएं ...आपको होली कि मंगल कामनाएं ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-63172813193381436002014-03-16T20:20:28.701-07:002014-03-16T20:20:28.701-07:00सुन्दर पोस्ट.....आप को भी होली की बहुत बहुत शुभकाम...सुन्दर पोस्ट.....आप को भी होली की बहुत बहुत शुभकामनाएं... <br />नयी पोस्ट<a href="http://pbchaturvedi.blogspot.in/" rel="nofollow">@हास्यकविता/ जोरू का गुलाम</a><br />प्रसन्नवदन चतुर्वेदी 'अनघ' https://www.blogger.com/profile/03784076664306549913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-55840558333735158352014-03-13T07:22:56.949-07:002014-03-13T07:22:56.949-07:00उत्कृष्ट रचना...उत्कृष्ट रचना...Ankur Jainhttps://www.blogger.com/profile/17611511124042901695noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-33178517444080394272014-03-13T03:41:08.667-07:002014-03-13T03:41:08.667-07:00सरिता की नेह पाती सागर तक पहुँच ही गयी होगी । बहुत...सरिता की नेह पाती सागर तक पहुँच ही गयी होगी । बहुत सुन्दर संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-7786588215332399042014-03-13T00:36:31.854-07:002014-03-13T00:36:31.854-07:00सराबोर हूँ इस नेह पुकार में....सराबोर हूँ इस नेह पुकार में....Rahul...https://www.blogger.com/profile/11381636418176834327noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-67762124937237433982014-03-11T02:36:27.879-07:002014-03-11T02:36:27.879-07:00अनुपम प्रार्थना... सरिता सा बहते जाना है...अनुपम प्रार्थना... सरिता सा बहते जाना है...Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-68035925327395612402014-03-11T02:04:24.425-07:002014-03-11T02:04:24.425-07:00बार बार पढने का दिल करता है आपकी हर रचना !! मंगलका...बार बार पढने का दिल करता है आपकी हर रचना !! मंगलकामनाएं आपको !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-30280305894120023282014-03-10T23:03:47.596-07:002014-03-10T23:03:47.596-07:00नेह का कितना पवित्र सन्देश है .नेह का कितना पवित्र सन्देश है .Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-12005709462203807862014-03-10T10:45:59.681-07:002014-03-10T10:45:59.681-07:00MATA JI PRANAM SWIKAREN
निःशब्द करती मन को पिघलाती...MATA JI PRANAM SWIKAREN<br />निःशब्द करती मन को पिघलाती Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-8130588679971725392014-03-10T06:30:01.474-07:002014-03-10T06:30:01.474-07:00माँ!! आज इस कविता को पढ़ते हुए पूरी कविता का रेखा-च...माँ!! आज इस कविता को पढ़ते हुए पूरी कविता का रेखा-चित्र मानस पटल पर अंकित हो गया. गोवा की यात्रा में वायुयान से मैंने एक चित्र खींचा था. चित्र को देखते हुए ऐसा प्रतीत होता है मानो टेढ़े-मेढ़े अक्षरों में सरिता की पाती है धरती की छाती पर अंकित. <br />और फिर मन में एक टीस सी उठी इन पंक्तियों को पढ़कर: <br /><br />कर बढ़ाकर तुम्हीं <br />कर लेना ग्रहण<br />जो भी बचा रह जाए <br />सागर! <br /><br />यह अनुरोध/पुकार मुझे गंगा माँ की याद दिलाती है. एक समय हमारे शहर में गंगा का विस्तार किसी विशाल सागर सा प्रतीत होता था. किंतु आज... जो भी बचा है वो गंगा नहीं है, जल के स्थान पर बालुका के द्वीप और पावन सरिता का मैला आँचल ही दिखाई देता है! <br />कौन जाने युगों युगों से जगतारन उस सरिता को निर्वाण प्राप्त होगा या वह जुड़ी रहेगी एक गर्भनाल की तरह अपने सागर से, अपनी संतति के हित में!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-5201523264772254172014-03-10T03:44:26.478-07:002014-03-10T03:44:26.478-07:00बहुत सुंदर ।बहुत सुंदर ।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-109184823857135822014-03-10T02:12:06.713-07:002014-03-10T02:12:06.713-07:00ज्ञात है, जाना वहीं जब,
राह का आनन्द मन में।ज्ञात है, जाना वहीं जब,<br />राह का आनन्द मन में।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-51108682415879484502014-03-10T01:59:32.832-07:002014-03-10T01:59:32.832-07:00सुन्दर भावाव्यक्ति ... सागर ही क्यों ... जो भी मिल...सुन्दर भावाव्यक्ति ... सागर ही क्यों ... जो भी मिले उसे ग्रहण करना जीवन नियति है ... दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-78527042407336245322014-03-10T00:18:48.654-07:002014-03-10T00:18:48.654-07:00बहुत ही सुंदर रचना, शुभकामनाएं.
रामराम.बहुत ही सुंदर रचना, शुभकामनाएं.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-89729705126216334372014-03-09T23:37:54.350-07:002014-03-09T23:37:54.350-07:00बहुत सटीक और सार्थक ......अंजुरी भर शब्द पूरा आसमा...बहुत सटीक और सार्थक ......अंजुरी भर शब्द पूरा आसमान बयाँ कर रहे हैं........महिला दिवस की शुभ-कामनाएं.....<br /> Aditi Poonamhttps://www.blogger.com/profile/07454848082907747001noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-72420540299625821112014-03-09T21:39:55.125-07:002014-03-09T21:39:55.125-07:00बहुत सुंदर रचना.बहुत सुंदर रचना. राजीव कुमार झा https://www.blogger.com/profile/13424070936743610342noreply@blogger.com