tag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post4085362860060426927..comments2023-12-29T02:05:21.545-08:00Comments on शिप्रा की लहरें: बटोहिया -प्रतिभा सक्सेनाhttp://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-71885410205005512242014-05-05T15:27:29.193-07:002014-05-05T15:27:29.193-07:00ज्ञानपूर्ण बटोहिया गीत, जीवन दर्शन सामान्यों की भा...ज्ञानपूर्ण बटोहिया गीत, जीवन दर्शन सामान्यों की भाषा में सब के लिये।<br />बहुत सुंदर।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-71353577676079379102014-04-25T23:37:37.260-07:002014-04-25T23:37:37.260-07:00एक अप्रतिम रचना। .... एक अप्रतिम रचना। .... Rahul...https://www.blogger.com/profile/11381636418176834327noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-86489006810580869382014-04-25T08:45:48.945-07:002014-04-25T08:45:48.945-07:00जन्म से पहले जीव परमात्मा के सामने कितने संकल्प कर...जन्म से पहले जीव परमात्मा के सामने कितने संकल्प करता है पर जन्म लेने के बाद सब भूल जाता है यही माया है । माया से परे होकर परमात्मा को ही अन्तिम सत्य मानना ही जीवन का सत्य है ।गिरिजा कुलश्रेष्ठhttps://www.blogger.com/profile/07420982390025037638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-53386163632108707132014-04-24T08:32:47.192-07:002014-04-24T08:32:47.192-07:00धोय-मांज मन की गगरिया में नेह पूरि,
पल-पल सुधि राख...धोय-मांज मन की गगरिया में नेह पूरि,<br />पल-पल सुधि राख जिन पठायो रे बटोहिया।<br /><br />बटोहिया का सही रास्ता यही है !<br /><br />प्रेरणादायी रचना।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-813571807755414942014-04-24T02:43:41.275-07:002014-04-24T02:43:41.275-07:00आये थे हरि भजन को ओटन लगे कपास.गठरी में लागा चोर म...आये थे हरि भजन को ओटन लगे कपास.गठरी में लागा चोर मुसाफिर देख चाँद की ओर..रहना नहीं देस बिराना है..और भी कई पंक्तियाँ याद हो आयीं आपकी इस सुंदर रचना को पढकर..आभार !Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-48445977075225599362014-04-23T08:05:46.359-07:002014-04-23T08:05:46.359-07:00माथे धरी पोटली में धर्यो करम का अचार......
वाह !!
...माथे धरी पोटली में धर्यो करम का अचार......<br />वाह !!<br />क्या कहूँ...नमन आपके लेखन को.<br /><br />सादर<br />अनु ANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-8473740792014483662014-04-23T03:48:31.765-07:002014-04-23T03:48:31.765-07:00सत्यता का आभास करवाती हुई रचना सत्यता का आभास करवाती हुई रचना Anju (Anu) Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/01082866815160186295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-8703160484632830952014-04-22T22:59:38.847-07:002014-04-22T22:59:38.847-07:00एक अलग सा नेह जुड़ जाता है आपकी रचनाओं से.. शब्द नह...एक अलग सा नेह जुड़ जाता है आपकी रचनाओं से.. शब्द नहीं है..Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-46517165284031727542014-04-22T10:10:27.737-07:002014-04-22T10:10:27.737-07:00एक एक शब्द गहन अर्थ छुपाये...एक गहन और शाश्वत सत्य...एक एक शब्द गहन अर्थ छुपाये...एक गहन और शाश्वत सत्य को कितने प्रभावी और रोचक ढंग से प्रस्तुत किया है...आभार..Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-13733979478352277432014-04-22T00:35:37.126-07:002014-04-22T00:35:37.126-07:00बटोहिया ...
इस उत्कृष्ट काव्य को पढ़ने के बाद नमन ...बटोहिया ... <br />इस उत्कृष्ट काव्य को पढ़ने के बाद नमन है आपकी कलम को ... आश्चर्य चकित होता हूँ आपकी छुपी प्रतिभा को देख कर ... बहुत कुछ सीखना बाकी है, जानना बाकी है आपके लेखन से ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-10940441195927393502014-04-21T21:26:15.631-07:002014-04-21T21:26:15.631-07:00बहुत सुंदर.
नई पोस्ट : दहकते शोलों पर जिंदगीबहुत सुंदर. <br />नई पोस्ट : <a href="http://dehatrkj.blogspot.in/2014/04/blog-post_20.html" rel="nofollow"> दहकते शोलों पर जिंदगी </a><br /> राजीव कुमार झा https://www.blogger.com/profile/13424070936743610342noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-88643353245305496792014-04-21T20:47:38.955-07:002014-04-21T20:47:38.955-07:00अति सुन्दर .... उत्कृष्ट काव्य रचना अति सुन्दर .... उत्कृष्ट काव्य रचना डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-42358031587277593942014-04-21T20:44:15.636-07:002014-04-21T20:44:15.636-07:00आपकी लिखी रचना बुधवार 23 अप्रेल 2014 को लिंक की जा...<i><b> आपकी लिखी रचना बुधवार 23 अप्रेल 2014 को लिंक की जाएगी...............<br /><a href="http://nayi-purani-halchal.blogspot.in" rel="nofollow"> http://nayi-purani-halchal.blogspot.in </a>पर आप भी आइएगा ....धन्यवाद! </b></i><br />Digvijay Agrawalhttps://www.blogger.com/profile/10911284389886524103noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-56352327899679007152014-04-21T19:14:11.981-07:002014-04-21T19:14:11.981-07:00"बटोहिया" के गीत बचपन में सुना करते थे. ..."बटोहिया" के गीत बचपन में सुना करते थे. आज भी उन गीतों की स्वरलहरी की स्मृति मात्र से मन भर आता है. जीवन पथ का यह बटोहिया, न जाने कितनी सीख, कितने सन्देश बस चलते-चलते दे जाता था. <br />आज आपके इस बटोहिया ने प्रभु की गीता का सम्पूर्ण ज्ञान खोलकर रख दिया है. यात्रा, पथ, पाथेय, सहयात्री और पनिहारी - जीवन-पथ के महत्वपूर्ण संकेत. <br />याद आ रहा है "लागा चुनरी में दाग़" और मुग्ध हूँ आपके इस काव्य-कौशल से माँ!! प्रणाम!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.com