tag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post2389210579581769399..comments2023-12-29T02:05:21.545-08:00Comments on शिप्रा की लहरें: क्या लाई हूँ !प्रतिभा सक्सेनाhttp://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-65730827996998613442011-03-13T06:24:11.296-07:002011-03-13T06:24:11.296-07:00बहुत बढियां कविता...बहुत सूक्ष्मता से लिखी हुई..बह...बहुत बढियां कविता...बहुत सूक्ष्मता से लिखी हुई..बहुत बारीक काम lafzon ka....एहसासों का.....बहुत पसंद आई ये कविता प्रतिभा जी...<br /><br />प्रवाह तो हमेशा की तरह अबाध है...मन बहता गया दूर तक....अंत की पंक्ति या पूरा छंद ही...बहते मन को थामने में सफल हुआ....<br /><br />चुन्नट में सिमटा कड़वापन..अहा! मन को भा गयी थी एक यही अकेली पंक्ति...बहुत मीठा है ये कड़वापन....<br /><br />हम्म....हर एक भाव बहुत पसंद आया....सरल और सहज लिखा हुआ....आसानी से समझ आ जाने वाला...कंट्रास्ट भी अच्छा लगा प्रतिभा जी....कहीं कदम जड़ हैं...कहीं बैचैन मन की सी गति है कविता में.....कहीं व्याकुलता है कहीं पीछे छोड़ आये समय की टीस.....उसे वापस पा लेने की चाह........<br />फिर से कहूँगी..अंत बहुत अच्छा है.....सबकी जिंदगी में ये बातें होती ही हैं....बिरले ही होते हैं जिन्हें ऐसा सहज और सरल नाता मिल जाता है किसी न किसी के रूप में....<br /><br />और एक और बात...मृत्युंजय पढ़ रही हूँ ना......कर्ण को बहुत निकट से जानने का मौक़ा मिल रहा है...आत्मसात कर सही हूँ उसके जीवन प्रसंग....तो ये कविता इसका हर एक शब्द और भाव...ऐसा लगा मानों कर्ण के ह्रदय को छू कर आया हो........खासकर आखिरी से दूसरा पद....''दुस्सह बोध अकेले पड़ते जाने का...''<br /><br /><br />खैर...बहुत बहुत बधाई...ऐसी कविता के लिए..जिससे कोई भी अपने आप को आसानी से जोड़ सकता है...!Taruhttps://www.blogger.com/profile/08735748897257922027noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-60004094403053564942009-10-21T00:44:54.681-07:002009-10-21T00:44:54.681-07:00बढ़िया प्रस्तुति पर हार्दिक बधाई.
ढेर सारी शुभकाम...बढ़िया प्रस्तुति पर हार्दिक बधाई.<br /> ढेर सारी शुभकामनायें.<br /><br />SANJAY KUMAR <br />HARYANA<br />09254102333<br />http://sanjaybhaskar.blogspot.comसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-81925284872165988292009-10-19T07:22:42.245-07:002009-10-19T07:22:42.245-07:00प्रतिभा जी आप ब्लाग की दुनिया से जुडीं इसके लिए ध...प्रतिभा जी आप ब्लाग की दुनिया से जुडीं इसके लिए धन्यवाद। आपने बहुत अच्छा लिखा, ऐसे ही आगे भी लिखते रहें।<br />सुनील पाण्डेय<br />इलाहाबाद।<br />09953090154सुनील पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/00571786126716964233noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-72890108070536789352009-10-19T07:22:25.864-07:002009-10-19T07:22:25.864-07:00प्रतिभा जी आप ब्लाग की दुनिया से जुडीं इसके लिए ध...प्रतिभा जी आप ब्लाग की दुनिया से जुडीं इसके लिए धन्यवाद। आपने बहुत अच्छा लिखा, ऐसे ही आगे भी लिखते रहें।<br />सुनील पाण्डेय<br />इलाहाबाद।<br />09953090154सुनील पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/00571786126716964233noreply@blogger.com