tag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post1956855771694688070..comments2023-12-29T02:05:21.545-08:00Comments on शिप्रा की लहरें: व्याप्ति-प्रतिभा सक्सेनाhttp://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-20992223337782226832010-11-17T18:59:10.003-08:002010-11-17T18:59:10.003-08:00एक ही तार की झन्कार , कभी वेदना उल्लास कभी विराग र...एक ही तार की झन्कार , कभी वेदना उल्लास कभी विराग राग्। <br />अति उत्तम।ѕнαιя ∂я. ѕαηנαу ∂αηιhttps://www.blogger.com/profile/05121772506788619980noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-88910398070023090252010-11-17T03:05:16.309-08:002010-11-17T03:05:16.309-08:00बस एक सत्ता
अपने आप में
लघु नहीं, संपूर्ण मैं
न...बस एक सत्ता <br />अपने आप में <br />लघु नहीं, संपूर्ण मैं <br />निज की लघुत और संपूर्णता के बोध के बीच से उपजी अत्यंत सारगर्भित रचना ..M VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-71957726343278801302010-11-09T23:45:50.809-08:002010-11-09T23:45:50.809-08:00स्वयं का स्वयं से बोध कराती आपकी कविता मन को उद्वे...स्वयं का स्वयं से बोध कराती आपकी कविता मन को उद्वेलित कर गई !<br />इतनी भावपूर्ण रचना हेतु बधाई स्वीकार करें!<br />-ज्ञानचंद मर्मज्ञज्ञानचंद मर्मज्ञhttps://www.blogger.com/profile/06670114041530155187noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-49202487411855589122010-11-07T01:47:57.048-07:002010-11-07T01:47:57.048-07:00सराहनीय लेखन....हेतु बधाइयाँ...ऽ. ऽ. ऽ
चिठ्ठाकारी ...सराहनीय लेखन....हेतु बधाइयाँ...ऽ. ऽ. ऽ<br />चिठ्ठाकारी के लिए, मुझे आप पर गर्व।<br />मंगलमय हो आपको, सदा ज्योति का पर्व॥<br />सद्भावी-डॉ० डंडा लखनवी<br />----------------------------------डॉ० डंडा लखनवीhttps://www.blogger.com/profile/14536866583084833513noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-10142264414944341312010-11-05T05:24:33.649-07:002010-11-05T05:24:33.649-07:00आप को सपरिवार दीपावली मंगलमय एवं शुभ हो!
मैं आपके...आप को सपरिवार दीपावली मंगलमय एवं शुभ हो!<br />मैं आपके -शारीरिक स्वास्थ्य तथा खुशहाली की कामना करता हूँBrijmohanShrivastavahttps://www.blogger.com/profile/04869873931974295648noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-36451360028546626822010-10-30T14:00:35.601-07:002010-10-30T14:00:35.601-07:00प्रणाम
क्या बात है कल ही शिप्रा कालीदास और उज्जैन ...प्रणाम<br />क्या बात है कल ही शिप्रा कालीदास और उज्जैन को याद कर रहा था<br /><a href="http://voi-2.blogspot.com/2010/10/blog-post_30.html/" rel="nofollow">ताज़ा पोस्ट विरहणी का प्रेम गीत </a>बाल भवन जबलपुर https://www.blogger.com/profile/04796771677227862796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-11201487318629588432010-10-26T00:06:29.397-07:002010-10-26T00:06:29.397-07:00एक ही तार की झंकार
कभी वेदना -उल्लास कभी विराग-राग...एक ही तार की झंकार<br />कभी वेदना -उल्लास कभी विराग-राग .<br />उस व्याप्ति मैं ,<br />कहीं नहीं कोई और<br />किसी का मानना-जानना<br />कोई अर्थ नहीं रखता जहाँ..<br /><br />A precious creation !<br /><br />.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-74984830155714698172010-10-25T00:38:35.591-07:002010-10-25T00:38:35.591-07:00प्रणाम इस सम्पूर्णता को, उस महि को जो सम्पूर्णता क...प्रणाम इस सम्पूर्णता को, उस महि को जो सम्पूर्णता को समाहित किये है..आपको, जो उसे आत्मसात करके व्यक्त कर गयीं..Avinash Chandrahttps://www.blogger.com/profile/01556980533767425818noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-66674085454749591112010-10-24T19:34:19.678-07:002010-10-24T19:34:19.678-07:00लघुता और प्रभुता के बीच बहे मन का अप्रतिम प्रवाह ज...लघुता और प्रभुता के बीच बहे मन का अप्रतिम प्रवाह जब शब्द बन बहा तब सागर पहुँच कर ही शान्ति मिली। आपकी प्रतिभा को नमन।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com