tag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post178411132916973083..comments2023-12-29T02:05:21.545-08:00Comments on शिप्रा की लहरें: कृतारथ कर दिया ओ माँ !प्रतिभा सक्सेनाhttp://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-31414622016310243732014-06-05T03:28:51.789-07:002014-06-05T03:28:51.789-07:00माँ के प्रति सच्ची कृतज्ञता कि हमें नारी के रूप म...माँ के प्रति सच्ची कृतज्ञता कि हमें नारी के रूप में जन्म दिया । अद्भुत भाव । संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-87268314560440357612014-05-13T06:24:35.811-07:002014-05-13T06:24:35.811-07:00मैं कुछ कहने योग्य नहीं, माँ को कहने योग्य कोई कह...मैं कुछ कहने योग्य नहीं, माँ को कहने योग्य कोई कहाँ!Avinash Chandrahttps://www.blogger.com/profile/01556980533767425818noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-77032283920391873852014-05-13T05:29:47.765-07:002014-05-13T05:29:47.765-07:00बहुत ही मर्मस्पर्शी रचना, शुभकामनाएं.
रामराम.बहुत ही मर्मस्पर्शी रचना, शुभकामनाएं.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-5174359948090400212014-05-13T03:13:08.633-07:002014-05-13T03:13:08.633-07:00तारीफ़ के लिये शब्द नहीं है। तारीफ़ के लिये शब्द नहीं है। Rahul...https://www.blogger.com/profile/11381636418176834327noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-15095671316571616032014-05-13T00:27:53.103-07:002014-05-13T00:27:53.103-07:00रचना को महसूस ही किया जा सकता है ... बेटी से ज्याद...रचना को महसूस ही किया जा सकता है ... बेटी से ज्यादा माँ को मन को कौन समझ सकता है ... हर पंक्ति पावन श्रधा है माँ के चरणों में ... दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-76207845998891392902014-05-12T00:03:11.127-07:002014-05-12T00:03:11.127-07:00इस टिप्पणी को एक ब्लॉग व्यवस्थापक द्वारा हटा दिया गया है.दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-61475318121309898102014-05-11T00:34:39.984-07:002014-05-11T00:34:39.984-07:00 प्रतिभा जी बहुत प्यारी रचना .माँ का प्रेम तो ... प्रतिभा जी बहुत प्यारी रचना .माँ का प्रेम तो अनमोल है .हर माँ को नमन ...बधाई <br /><br />भ्रमर ५ <br /><br />भ्रमर ५ Surendra shukla" Bhramar"5https://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-86067651260179793872014-05-10T22:55:26.153-07:002014-05-10T22:55:26.153-07:00बहुत सुंदर भाव. माँ को नमन.बहुत सुंदर भाव. माँ को नमन. राजीव कुमार झा https://www.blogger.com/profile/13424070936743610342noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-33584224701600639092014-05-10T22:23:45.567-07:002014-05-10T22:23:45.567-07:00अद्भुत भाव...... माँ को नमन अद्भुत भाव...... माँ को नमन डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-76882312314685277722014-05-10T21:04:23.455-07:002014-05-10T21:04:23.455-07:00आज भावनाओं को शब्द देने की कोशिश भी नहीं कर रही हू...आज भावनाओं को शब्द देने की कोशिश भी नहीं कर रही हूँ।कृतार्थता प्रकटित हो रही है। ।Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-43020186645162390762014-05-10T09:20:15.894-07:002014-05-10T09:20:15.894-07:00संसार चक्र है जिससे आलोकित और गतिमान , वह मणि माँ ...संसार चक्र है जिससे आलोकित और गतिमान , वह मणि माँ ने ही निर्मित की .<br />सुन्दर भाव . माँ को नमन !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-70642462637079203742014-05-10T06:24:58.856-07:002014-05-10T06:24:58.856-07:00माँ, आपकी कविता पर कुछ कहने की क्षमता नहीं मेरी......माँ, आपकी कविता पर कुछ कहने की क्षमता नहीं मेरी... <br />कि नारी तन मुझे देकर कृतारथ कर दिया ओ माँ!! <br />और मैं यह मानकर कृतारथ अनुभव कर रहा हूँ कि मुझे जन्म देने वाली एक नारी है!! <br /><br />अद्भुत सन्योग है कि आज आपकी एक पुरानी कविता ब्लॉग बुलेटिन के लिये चुनी और आज यह प्रस्तुत है! प्रणाम!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-9555765170679502352014-05-10T02:47:15.976-07:002014-05-10T02:47:15.976-07:00बहुत सुंदर वाह ।बहुत सुंदर वाह ।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.com