tag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post6192017857865432593..comments2023-12-29T02:05:21.545-08:00Comments on शिप्रा की लहरें: कितने रूप ,कितने नाम.प्रतिभा सक्सेनाhttp://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comBlogger18125tag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-80337520784016508962011-09-28T03:40:13.909-07:002011-09-28T03:40:13.909-07:00'गीता ज्ञान पार्थ को दिया वह कृष्ण के जीवन के ...'गीता ज्ञान पार्थ को दिया वह कृष्ण के जीवन के अनुभवों से संचित हुआ'.<br />बिलकुल सही समझा प्रिय शार्दुला!<br />उनका जीवन आद्योपान्त कठिन संघषों से भरा रहा ,और अविचलित रह कर ,शान्त मन से वे अपना कर्तव्य करते रहे!<br />यह मुझे लगता है है.वैसे सबका अपना मत !प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-65966542421321359662011-09-24T07:02:46.352-07:002011-09-24T07:02:46.352-07:00आदरणीया और प्रिय प्रतिभाजी, आपकी कवितायेँ मुझ पे ज...आदरणीया और प्रिय प्रतिभाजी, आपकी कवितायेँ मुझ पे जादू सा करती हैं. लगता है केवल पढ़ नहीं रही देख रही हूँ सब, चित्र उतर रहे हैं मानस में. जानती हैं आपकी अपहृताओं वाली बात पढ़ के गूगल किया तो आदरणीया रंजना जी के ब्लॉग पे जा के महानायक नाम से एक सुन्दर आलेख अभी अभी पढ़ के आई हूँ ( ये हुआ सत्संग...!! :). <br />निम्न अतिसुन्दर:<br />आत्मविस्मृति के लोकान्तरों तक ,<br />सब हो गईं तुम्हारे नाम .<br />*<br />निपटता रहे संसार <br />अपनी मिथ्या मान्यताओँ से,<br />* <br />न दैन्य,न पलायन ,<br />जय-पराजय , यश-अपयश ,सुख-दुख, से.<br />निस्पृह-निर्भय .<br />*<br />ग्रहण कर सभी के शोक-ताप --- यहाँ मुझे गर्म खीर वाली कहानी भी याद आ जाती है...बार बार जिद करके सुना करती थी बचपन में!<br /> हो गये स्वयं विश्वात्म ,विश्व-रूप ,<br />आकुल मन-मृग के पूर्ण -विश्राम !<br /><br />एक बात कहिएगा, या तो ख़त में या यहीं , आपने ऐसा क्यों लिखा है : <br />समेटते ,संचित करते रहे थे जो, विपत-काल में --- यानि जो गीता ज्ञान पार्थ को दिया वह कृष्ण के जीवन के अनुभवों से संचित हुआ? या कुछ और कहना चाह रही हैं आप यहाँ?<br />सादर, स्नेहाकंक्षिनी... शार्दुलाShardulahttps://www.blogger.com/profile/14922626343510385773noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-56912712954407810102011-09-23T07:22:53.228-07:002011-09-23T07:22:53.228-07:00विनीत जी,
धन्यवाद !विनीत जी, <br />धन्यवाद !प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-63223747962434443052011-09-23T06:50:33.786-07:002011-09-23T06:50:33.786-07:00बहुत सारगर्भित रचना
आशाबहुत सारगर्भित रचना <br />आशाAsha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-87452531305769379892011-09-20T21:17:09.185-07:002011-09-20T21:17:09.185-07:00प्रतिभा जी,
नमस्कार,
आपके ब्लॉग को "सिटी जलाल...प्रतिभा जी,<br />नमस्कार,<br />आपके ब्लॉग को <a href="http://cityjalalabad.blogspot.com/" title="मुखपृष्ठ पर जाने के लिए कलिक करें / Go to Home Page" rel="nofollow">"सिटी जलालाबाद डाट ब्लॉगसपाट डाट काम"</a> के <a href="http://cityjalalabad.blogspot.com/p/blog-page_7265.html" title="अपने लिंक को देखने के लिए कलिक करें / View your blog link " rel="nofollow">"हिंदी ब्लॉग लिस्ट पेज"</a> पर लिंक किया जा रहा है|tips hindi mehttps://www.blogger.com/profile/01058993784424803727noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-27225837053408544852011-09-20T08:31:42.578-07:002011-09-20T08:31:42.578-07:00सोलह हज़ार अपहृताओं के माथे से
धो-पोंछ लांछन के ...सोलह हज़ार अपहृताओं के माथे से <br />धो-पोंछ लांछन के दाग़.<br />ब्याह लिया अनायास !<br />मान-सम्मान , पत्नीत्व का गौरव दे ,<br />सार्थक कर नारी -जीवन,<br />रह गये निरे तटस्थ स्वयं, <br /><br />बहुत सुन्दर पोस्टVandana Ramasinghhttps://www.blogger.com/profile/01400483506434772550noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-33582864385074736152011-09-19T23:18:36.931-07:002011-09-19T23:18:36.931-07:00हरे कृष्ण!हरे कृष्ण!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-4228659976429516422011-09-18T20:32:05.060-07:002011-09-18T20:32:05.060-07:00आपकी पोस्ट ब्लोगर्स मीट वीकली (९) के मंच पर प्रस्त...आपकी पोस्ट ब्लोगर्स मीट वीकली (९) के मंच पर प्रस्तुत की गई है आप आइये और अपने विचारों से हमें अवगत कराइये/आप हमेशा अच्छी अच्छी रचनाएँ लिखतें रहें यही कामना है /<br />आप <a href="http://hbfint.blogspot.com/2011/09/9-against-female-feticide.html" rel="nofollow"><b>ब्लोगर्स मीट वीकली </b></a> के मंच पर सादर आमंत्रित हैं /prerna argalhttps://www.blogger.com/profile/11905363361845183539noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-24095840841204178262011-09-18T06:02:56.827-07:002011-09-18T06:02:56.827-07:00अलग ही अंदाज़ में याद किया है आपने श्री कृष्ण को......अलग ही अंदाज़ में याद किया है आपने श्री कृष्ण को....<br />रीति-नीति -मर्यादा ,<br />रास की रस- मग्नता में .<br />आत्मविस्मृति के लोकान्तरों तक ,<br />सब हो गये तुम्हारे नाम .<br /><br />sundar सादर नमन..S.M.HABIB (Sanjay Mishra 'Habib')https://www.blogger.com/profile/10992209593666997359noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-49056920880126757972011-09-17T21:40:21.239-07:002011-09-17T21:40:21.239-07:00राधे राधे राधे राधे..
अद्भुत कृष्ण स्तुति। ..आभार...राधे राधे राधे राधे..<br /><br />अद्भुत कृष्ण स्तुति। ..आभार।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-40233904755830081522011-09-17T11:35:44.495-07:002011-09-17T11:35:44.495-07:00शब्दों और प्रतीकों का अद्भुत प्रयोग रहता है आपकी र...शब्दों और प्रतीकों का अद्भुत प्रयोग रहता है आपकी रचनाओं में। मैं तो अभिभूत हूं।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-43216067469652399782011-09-17T11:09:56.588-07:002011-09-17T11:09:56.588-07:00कृष्ण के विराट, कल्याणमय स्वरुप के दर्शन कराती है ...कृष्ण के विराट, कल्याणमय स्वरुप के दर्शन कराती है ये कविता, इसका आभार व्यक्त करना आवश्यक है।Avinash Chandrahttps://www.blogger.com/profile/01556980533767425818noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-25157174912457960862011-09-17T08:56:07.678-07:002011-09-17T08:56:07.678-07:00bahut dino se intzar thi aapki nayi post ki. aabha...bahut dino se intzar thi aapki nayi post ki. aabhar apne ye post dali. bahut kuchh seekhne ko milta hai aapke lekhan se.<br /><br />sampoorn jeewn ko chitrit kar baandh liya aapne apne shabdo me. ek bhar fir se aabhar.अनामिका की सदायें ......https://www.blogger.com/profile/08628292381461467192noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-22654826655866673042011-09-16T22:03:53.117-07:002011-09-16T22:03:53.117-07:00बहुत भावपूर्ण प्रस्तुति ! बहुत सुन्दरबहुत भावपूर्ण प्रस्तुति ! बहुत सुन्दरAnkit pandeyhttps://www.blogger.com/profile/11393165744990605962noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-70093745672613766912011-09-16T18:41:50.774-07:002011-09-16T18:41:50.774-07:00सारगर्भित रचना आपका आभारसारगर्भित रचना आपका आभारSunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-24341290511279159812011-09-16T10:30:52.214-07:002011-09-16T10:30:52.214-07:00कृष्ण के पूरे जीवन के दर्शन हो गए ..साधुवादकृष्ण के पूरे जीवन के दर्शन हो गए ..साधुवादसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-43292408212878951562011-09-16T10:20:34.916-07:002011-09-16T10:20:34.916-07:00कृष्ण की अद्भुत स्तुति, आपको भी प्रणाम।कृष्ण की अद्भुत स्तुति, आपको भी प्रणाम।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-72759179534292867202011-09-16T08:54:26.633-07:002011-09-16T08:54:26.633-07:00सिर धर गान्धारी का शाप
देखते रहे वंश-नाश ,
निरुद्व...सिर धर गान्धारी का शाप<br />देखते रहे वंश-नाश ,<br />निरुद्विग्न ,शान्त,!<br />रे गिरधारी ,<br />ग्रहण कर सभी के शोक-ताप<br />हो गये स्वयं विश्वात्म ,विश्व-रूप ,<br />आकुल मन-मृग के चिर-विश्राम !<br />*बढ़िया पोस्ट.... समय मिले तो आयेगा कभी मेरी पोस्ट पर आपका स्वागत है <br /> http://mhare-anubhav.blogspot.com/Pallavi saxenahttps://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.com