tag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post2049999437185372614..comments2023-12-29T02:05:21.545-08:00Comments on शिप्रा की लहरें: विसर्जन के फूलप्रतिभा सक्सेनाhttp://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-4204809487480905382019-02-13T06:35:19.402-08:002019-02-13T06:35:19.402-08:00विसर्जन के कुछ फूलों के सहारे मन में दबी भावनाओं क...विसर्जन के कुछ फूलों के सहारे मन में दबी भावनाओं का विसर्जन ... लौटने पलटने के प्रयास के साथ सिन्धु छोर पर अंत आशेष ...<br />कितना कुछ कह दिया है इन लघु रचनाओं के माध्यम से ... अनंत में मिल के तो अंततः सब एकाकार हो जाना है ...<br />दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-74550592988503092212019-02-07T10:21:56.734-08:002019-02-07T10:21:56.734-08:00बहुत सुंदरबहुत सुंदरHimkar Shyamhttps://www.blogger.com/profile/18243305513572430435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-10650273327725412762019-02-06T12:54:15.921-08:002019-02-06T12:54:15.921-08:00आभारी हूँ हर्षवर्धन जी.आभारी हूँ हर्षवर्धन जी.प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-77483235811293986582019-02-06T07:52:45.382-08:002019-02-06T07:52:45.382-08:00आपकी इस पोस्ट को आज की बुलेटिन कवि प्रदीप और ब्लॉग...आपकी इस पोस्ट को आज की बुलेटिन <a href="https://bulletinofblog.blogspot.com/2019/02/kavi-pradeep.html" rel="nofollow">कवि प्रदीप और ब्लॉग बुलेटिन</a> में शामिल किया गया है। <b>कृपया एक बार आकर हमारा मान ज़रूर बढ़ाएं,,, सादर .... आभार।।</b>HARSHVARDHAN https://www.blogger.com/profile/15717143838847827989noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-53658878907708804832019-02-05T17:38:50.673-08:002019-02-05T17:38:50.673-08:00आभार,आ.शास्त्री जी!आभार,आ.शास्त्री जी!प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-56149875722953936252019-02-05T08:56:19.152-08:002019-02-05T08:56:19.152-08:00बहुत भावमयी अभिव्यक्ति...बहुत भावमयी अभिव्यक्ति...Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-1354607946115956012019-02-05T02:02:54.048-08:002019-02-05T02:02:54.048-08:00आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल बुधवार (06-02-2019)...आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल बुधवार (06-02-2019) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> "बहता शीतल नीर" (चर्चा अंक-3239) </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-77343862164759052402019-02-04T21:24:33.028-08:002019-02-04T21:24:33.028-08:00बेहद सजीव चित्रण...विसर्जन के फूलों का यही तो हश्र...बेहद सजीव चित्रण...विसर्जन के फूलों का यही तो हश्र होना है..जीवन भी ऐसा ही है अभी जो आँखें प्रेम लुटाती हैं कुछ पल बाद मुंद जाएँगी जब,विलीन हो जायेगा उनका प्रकाश किसी महाप्रकाश में..Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-65328905376673870722019-02-04T18:58:04.857-08:002019-02-04T18:58:04.857-08:00बहुत सुन्दर। सटीक।बहुत सुन्दर। सटीक।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.com