tag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post1307169835155274992..comments2023-12-29T02:05:21.545-08:00Comments on शिप्रा की लहरें: याचना.प्रतिभा सक्सेनाhttp://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-6356408666829269702011-02-09T11:11:24.670-08:002011-02-09T11:11:24.670-08:00सुख -दुख भेद न व्यापे ऐसी लगन जगा दो अंतर्यामी ,
औ...सुख -दुख भेद न व्यापे ऐसी लगन जगा दो अंतर्यामी ,<br />और कहीं अवसन्न मनस्थिति डिगा न दे वह बल भर देना !<br /><br />मुझे भी बस इतना सा ही चाहिए भगवानजी से.......बहुत सुंदर याचना.....पढ़कर मन में गहरे कहीं बहुत शांति मिली......आज मन थोडा व्याकुल था...कुछ लिख ही नहीं पायी......एक आपकी वो poem पढ़ी (शीर्षक भूल गयी..:(...मगर मजमून याद है कविता का) ....हम्म याद आ गया..:D......''बहुत याद आती है..''...:) ...इन दोनों कविताओं ने राहत दी मन को......<br /><br />आभार इस याचना के लिए.......:)Taruhttps://www.blogger.com/profile/08735748897257922027noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3160220647065410925.post-11536198534235019872009-12-12T18:24:50.106-08:002009-12-12T18:24:50.106-08:00BHAV KE TAL PAR BAHUT SUNDAR RACHNA LEKIN SHAB KE ...BHAV KE TAL PAR BAHUT SUNDAR RACHNA LEKIN SHAB KE MOH SE KUCCH MUKTI KI MANG KARTI HUIश्याम जुनेजा https://www.blogger.com/profile/11410693251523370597noreply@blogger.com